Best Hindi Poem
सबसे अच्छी हिंदी कविता
इस कविता में आग पढ़ रहे हो तो आपको बहुत आनंद
महसूस हो जाएगा क्योंकि यह आपके जीवन में हमेशा
तीन बातों में होती है और मेरे दोस्त और आत्महत्या क्यों
करते हैं और मौत ऐसी कविता मैंने लिखी है इस कविता
में पसंद आ जाएगा अब पढ़कर अपने मन से कुछ कहना
चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में के लिए
If you are reading fire in this poem, then you will feel very happy because it is always in three things in your life and why do my friends and suicide and death I have written such poem, I will like it in this poem, now reading your mind by reading If you want to say something in the comment box
तीन बातें हमेशा याद रखें
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hindi kavita class |
तीन चीजें किसी का इंतजार नहीं करती ।
समय, मौत और ग्राहक ।
तीन चीजें जीवन में एक बार ही मिलती हैं ।
माँ, बाप और जवानी ।
तीन चीजें निकलने पर वापस नहीं आती हैं ।
तीर कमान से, बात जबान से
और प्राण शरीर से ।
तीन चीजोंसे बचने की कोशिश करनी चाहिए ।
बुरी संगत, स्वार्थ और निंदा ।
तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है ।
ईश्वर, परिश्रम और विदया ।
तीन चीजें कभी नहीं भूलनी चाहिए ।
कर्ज, फर्ज और मर्ज ।
इन तीन का सम्मान करना सीखों ।
माता, पिता और गुरू ।
तीनों को हमेशा बस में रखो ।
काम, लोभ और मद ।
तीन पर सदा दया करो ।
बालक, भूखे और पागल पर ।
तीन चीजें किसी का इंतजार नहीं करती ।
समय, मौत और ग्राहक ।तीन चीजें जीवन में एक बार ही मिलती हैं ।
माँ, बाप और जवानी । तीन चीजें निकलने पर वापस नहीं आती हैं ।
तीर कमान से, बात जबान सेऔर प्राण शरीर से ।
तीन चीजोंसे बचने की कोशिश करनी चाहिए ।बुरी संगत, स्वार्थ और निंदा ।
तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है ।ईश्वर, परिश्रम और विदया ।
तीन चीजें कभी नहीं भूलनी चाहिए ।कर्ज, फर्ज और मर्ज ।
इन तीन का सम्मान करना सीखों ।माता, पिता और गुरू ।
तीनों को हमेशा बस में रखो ।काम, लोभ और मद ।
तीन पर सदा दया करो ।बालक, भूखे और पागल पर ।
मेरे दोस्तो
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hindi kavita friendship |
बड़ी-से-बड़ी कमजोरी को ही ताकत बनायें,
अनुशासन में अंकुश और संतुलन भी लाये |
अधिकारों का विकेंद्रीकरण करें,
उत्पाद में विशेषज्ञता भी प्राप्त करें ।
मानवीय पक्षों को सदैव सामने रखे,
सभ्य-व्यवहार भी परम आवश्यक रखे ।
प्रभावी श्रम विभाजन से आगे बढ़े,
साथ में एक संगठन की भावना भी रखे ।
प्यारे दोस्तों मेरी इस बात को समझना है, |
यारों जिंदगी में कुछ तो बनकर दिखाना है ।
बड़ी-से-बड़ी कमजोरी को ही ताकत बनायें,अनुशासन में अंकुश और संतुलन भी लाये |
अधिकारों का विकेंद्रीकरण करें,उत्पाद में विशेषज्ञता भी प्राप्त करें ।
मानवीय पक्षों को सदैव सामने रखे,सभ्य-व्यवहार भी परम आवश्यक रखे ।
प्रभावी श्रम विभाजन से आगे बढ़े,साथ में एक संगठन की भावना भी रखे ।
प्यारे दोस्तों मेरी इस बात को समझना है, |यारों जिंदगी में कुछ तो बनकर दिखाना है ।
मौत
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hindi kavita |
खौफ नहीं मौत का मुझे ।
खौफ है तो जीवन का मुझे ।
मरना है आसान,
जीना है मुश्किल,
चुप रहना है मुश्किल,
कहना है आसान ।
खौफ नहीं नफरत से मुझे ।
खौफ है तो प्यार से मुझे ।
अपनों को छोड़ न पाएँगे हम,
बेगानों से मिल कर रह न पाएंगे हम,
बुझते दिये से डर नहीं,
डर है तो जलते दिये से
खौफ नहीं मौत का मुझे ।खौफ है तो जीवन का मुझे ।
मरना है आसान,जीना है मुश्किल,
चुप रहना है मुश्किल,कहना है आसान ।
खौफ नहीं नफरत से मुझे ।खौफ है तो प्यार से मुझे ।
अपनों को छोड़ न पाएँगे हम,बेगानों से मिल कर रह न पाएंगे हम,
बुझते दिये से डर नहीं,डर है तो जलते दिये से
आत्महत्या क्यों करते हो ?
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hindi kavita on life |
समाज में रहनेवाले, समाज से क्यों डरते हो
हर जरा सी बात पर, आत्महत्या क्यों करते हो
जिंदगी एक खेल है, हार-जीत तो होना है ।
हार में ही जीत है, फिर हार से क्यों रोना हैं ?
झूठे अहं को अपनाकर, दिल को ठेस क्यों लगाते हैं
आगे बढ़ने के बजाय, पछतावा क्यों करते हो ?
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जमाना तुम से खुद है, तुम जमाने से नहीं
काम अपना करते रहो, फिर जो होगा वही ।
इल्जाम लगाना आदत है, आदतें छूटती नहीं ।
कीमती जिंदगी को, बे-मौत क्यों मारते हो ?
दहेज लेकर दुनिया में, लोग बदनाम होते हैं
अच्छे रिश्ते जोड़कर, मतलब निकाल लेते हैं
मुसीबत सर पर आए, तो बाद में पछताते हैं
फिर बहू-बेटियो ! आप, अपने को क्यों जलाती हो
बहुमोल है जिंदगी, दाँव पर लगाओ मत ।
जिओ और जीने दो, क्यों मोल लेते हो आफत ।
भूल सभी से होती है, दोष देना गलत है ।
समय का सामना करो, गले से फाँस क्यों लगाते हो ?
समाज में रहनेवाले, समाज से क्यों डरते होहर जरा सी बात पर, आत्महत्या क्यों करते हो
जिंदगी एक खेल है, हार-जीत तो होना है ।हार में ही जीत है, फिर हार से क्यों रोना हैं ?
झूठे अहं को अपनाकर, दिल को ठेस क्यों लगाते हैंआगे बढ़ने के बजाय, पछतावा क्यों करते हो ?
जमाना तुम से खुद है, तुम जमाने से नहींकाम अपना करते रहो, फिर जो होगा वही ।
इल्जाम लगाना आदत है, आदतें छूटती नहीं ।कीमती जिंदगी को, बे-मौत क्यों मारते हो ?
दहेज लेकर दुनिया में, लोग बदनाम होते हैंअच्छे रिश्ते जोड़कर, मतलब निकाल लेते हैं
मुसीबत सर पर आए, तो बाद में पछताते हैंफिर बहू-बेटियो ! आप, अपने को क्यों जलाती हो
बहुमोल है जिंदगी, दाँव पर लगाओ मत ।जिओ और जीने दो, क्यों मोल लेते हो आफत ।
भूल सभी से होती है, दोष देना गलत है ।समय का सामना करो, गले से फाँस क्यों लगाते हो ?
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